
नई दिल्ली। बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर विवाद बढ़ता जा रहा है। जेएनयू, जामिया के बाद अब दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी इलकी स्क्रीनिंग पर बवाल मचा है। दिल्ली में बिजली विभाग ने आज छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए आंबेडकर यूनिवर्सिटी की बिजली काट दी है। इसके बाद छात्र भड़के हुए हैं। छात्रों का कहना है कि अब डॉक्यूमेंट्री देखने के लिए दूसरे तरीके इस्तेमाल किए जाएंगे।
डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रोकने के हाद छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है। कुछ ग्रुप ने आजादी और जय श्री राम के नारे लगाए। दिल्ली विश्वविद्यालय के अंबेडकर कॉलेज में बिजली कटौती के बाद, ैथ्प् जैसे वामपंथी छात्र संगठन वैकल्पिक तरीकों से बीबीसी डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग के साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। यूनिवर्सिटी में डॉक्यूमेंट्री से ठीक पहले यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस में बिजली काट दी। ऐसे में छात्रों ने अपने लैपटॉप पर ही डॉक्यूमेंट्री देखनी शुरू कर दी। छात्र लगातार एडमिनिस्ट्रेशन के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं।
कब रिलीज हुई बीबीसी डॉक्यूमेंट्री?
गुजरात दंगों में पीएम नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल खड़े करने वाली बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ’इंडियाः द मोदी क्वेश्चन’ दो एपिसोड में सबके सामने आई। इसका पहला एपिसोड 17 जनवरी को और दूसरा एपिसोड 24 जनवरी को यूट्यूब पर रिलीज किया गया। पहला एपिसोड आने के साथ ही भारत में विपक्ष के नेताओं और कुछ संगठनों ने इसे हाथोंहाथ लिया। बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के जरिये पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया गया।
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने कर दी बोलती बंद
बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर भारत सरकार के विरोध जताने से पहले ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ब्रिटिश संसद में सबकी बोलती बंद कर दी। ऋषि सुनक ने ब्रिटेन की संसद में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बोलते हुए कहा कि ’बेशक, हम कहीं भी उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करते हैं, लेकिन माननीय सज्जन को जिस तरह से दिखाया गया है, मैं उससे बिल्कुल सहमत नहीं हूं।’
केंद्र सरकार ने लगाया बैन
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का दूसरा एपिसोड रिलीज होने से पहले ही केंद्र की मोदी सरकार ने 21 जनवरी को इस पर प्रतिबंध लगा दिया। केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के बाद यूट्यूब और ट्विटर से बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के लिंक हटा दिए गए थे। हालांकि, भारत से बाहर यूट्यूब और ट्विटर पर ये डॉक्यूमेंट्री अभी भी मौजूद है। इसका दूसरा एपिसोड भी रिलीज किया जा चुका है। केंद्र सरकार ने इसे दुष्प्रचार का हिस्सा बताया था।